Wednesday, August 20, 2014

आपकी बात तो सही है पर.…

उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और कुछ हिस्सों में भारी वर्षा से पिछले दिनों तबाही हुई। बाढ़ के हालात अब भी बने हुए हैं।
धरती प्यासी थी, अम्बर ने जल बरसा दिया। क्या अनहोनी हुई?
लेकिन आसमान जब पृथ्वी को तोहफा देने आया, तब अगवानी की व्यवस्था तो हमारी थी न ?हमने क्या किया?
अभी मैं ट्विटर पर देख रहा था, किसी ने कहा- यदि ऐसी बाढ़ पाकिस्तान में आई होती तो मुंबई की फ़िल्मी दुनिया में डोनेशन देने की प्रतियोगिता शुरू हो गई होती।
मैं सोच रहा हूँ,कि किसी के ऐसा बयान देने के पीछे क्या बात हो सकती है?
-शायद वह इस बात से नाराज़ हों कि हम लोग दूसरों की मदद तो कर देते हैं, पर अपनों की नहीं करते।
-भारत की फिल्म नगरी पाकिस्तान से वाहवाही लूटने को बेताब रहती है।
-बॉलीवुड से मौजूदा पांच-पांच सांसद और ढेरों भूतपूर्व सांसद हैं,वे कुछ करते क्यों नहीं?
-बाढ़ में जाए पाकिस्तान?
शायद उन्हें मालूम नहीं कि बॉलीवुड के "सौ करोड़ क्लब","दो सौ करोड़ क्लब" कमाने के हैं,बांटने के नहीं!          

 
  

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