Saturday, April 2, 2011

पहले अपने गिरेबान में झांक कर ही अमेरिका को देखें

अमेरिका में रफ़्तार का मतलब मौज-मस्ती या जुनून नहीं होता। वहां रफ़्तार का मतलब है- तत्परता। यदि आपको कोई जल्दी का काम है, या फिर आपके पास समय सीमित है, तभी आप सड़क पर कुछ तेज़ी से गाड़ी चलाते दिखाई देंगे।यह तेज़ी भी नियमों की अनदेखी करती नहीं दिखाई देगी। ऐसा कभी नहीं होगा कि आप के हाथ किसी की गाड़ी लग गयी है, या आप लाइसेंस धारी चालक नहीं हैं और इसी हड़बड़ी में आप सड़क पर अपनी और दूसरों की जान जोखिम में डाल कर वाहन को अस्त-व्यस्त तरीके से भगाए जा रहे हैं। या आप अबोध किशोर हैं और आपको अभी तक कभी यह अनुभव ही नहीं हुआ है कि ज़रा सी लापरवाही से यन्त्र आपके नियंत्रण से बाहर होकर खतरनाक भी हो सकते हैं। ऐसे द्रश्य देखने का अभ्यस्त आपको भारत में होना ही पड़ता है। यहाँ बड़े शहरों में तो कभी-कभी सड़क पर चलते हुए आपको ऐसा लगता है कि जैसे आप खतरनाक , जानलेवा जंगल से गुज़र रहे हैं जहाँ कभी भी , कोई भी वाहन आपको चपेट में लेकर ज़ख़्मी या समाप्त कर सकता है। इस स्थिति का दर्दनाक पहलू यह है कि आप अपनी कोई भी गलती ना होते हुए भी दण्डित हो सकते हैं।इन बातों की रोकथाम करने की कोशिश भी कभी भी आपको अपमानित या दण्डित कर सकती है, क्योंकि ऐसी कोई माकूल व्यवस्था नहीं है जो सही को सही और गलत को गलत निर्धारित कर सके। निचले से लेकर उपरी प्रशासकों तक का भ्रष्टाचार ही सब तय करता है।लेकिन ऐसी बातों पर किसी का ध्यान नहीं जाता कि अब न्याय-प्रिय और शांति पसंद लोग भारत में रहना चाहते हुए भी यहाँ नहीं रह पाते। मज़बूरी में उनका पलायन उनके देश-प्रेम में कमी के रूप में नहीं आँका जा सकता ।

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