Tuesday, March 29, 2011

वो अमेरिका जिसकी हर देश नक़ल करना चाहता है

जब कोई ऊपर चढ़ जाता है तो लोगों का ध्यान इस बात पर नहीं जाता कि वह वहां तक कैसे चढ़ा, बल्कि इस बात पर जाता है कि अब वह वहां से नीचे कैसे आये? यह सच कई वर्षों से निर्विवाद है कि अमेरिका दुनिया का नंबर एक देश है। अब सवाल यह है कि इस नंबर एक की परिभाषा क्या है? क्या वहां सबसे ज्यादा लोग रहते हैं? या उस देश के पास सबसे बड़ा भू-भाग है? या फिर उस देश के पास सबसे ज्यादा धन है? इन सभी परिभाषाओं से ज्यादा एक बात और है जो शायद सबसे अधिक सटीक बैठती है - एक ऐसा देश जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा नक़ल होती है। शहरों की साज-सज्जा हो , माल-असबाब की गुणवत्ता हो , विकास के नए-नए सोपान हों, हर बात में सबकी दिलचस्पी यह जानने की होती है कि अमुक बात अमेरिका में कैसे होती है? हर कोई वह करना चाहता है जो अमेरिका में हो रहा हो। यह बहुत आसान भी है। किसी ने कुछ किया, वह उसमे सफल रहा तो झट आपने उसकी नक़ल कर ली। उसे जो कुछ समस्याएं आयीं उनसे आपका कोई लेना-देना नहीं, क्योंकि आपने अपना दिमाग तो लगाया ही नहीं। लेकिन आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि विकसित देशों की कोरी नक़ल कर के जो विकास के गुल खिल रहे हैं , उनसे कम से कम भारत में तो कुछ लोग खुश नहीं हो रहे। जानते हैं क्यों? क्योंकि उन लोगों को आगे बढ़ने की यह परिभाषा पसंद नहीं आ रही। वे कहते हैं कि नक़ल पंचवटी की नहीं हो रही, बल्कि सोने की लंका की हो रही है।

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